रांची / चाईबासा (17/10/2016): DGP के सामने PLFI के नौ नक्सलियों ने किया हथियारों के साथ सरेंडर
रांची: पीएलएफआई (पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया) के नौ नक्सलियों ने सोमवार को हथियारों के साथ डीजीपी डीके पांडेय के सामने सरेंडर कर दिया। झारखंड मे अबतक का यह एक साथ सबसे बड़ा सरेंडर है। सरेंडर करने वाले संगठन के कैडर नक्सलियों पर एक-एक लाख रुपए का इनाम है, जबकि एरिया कमांडर पर दो लाख रुपए का इनाम था। - झारखंड पुलिस मुख्यालय में ऑपरेशन नई दिशा के तहत सोमवार को राज्य के पुलिस महानिदेशक डीके पांडेय के समक्ष 9 नक्सलियों ने सरेंडर किया। - पुलिस को इन नक्सलियों की अलग-अलग मामलों में लंबे समय से तलाश थी। नक्सलियों का हो रहा संगठन से मोहभंग - पुलिस के अनुसार सरेंडर करने के पीछे नक्सलियों का नक्सल सिद्धांत से मोहभंग होना एक बड़ा कारण है। - डीजीपी ने कहा कि जो सरेंडर कर रहे हैं उनका स्वागत हैं और जो बंदूक पकड़े हुए हैं, उनके खिलाफ झारखंड पुलिस ऑपरेशंस चला रही है। राज्य से जल्द नक्सलवाद का खात्मा होगा। जिन नक्सलियों ने सरेंडर किया - बिरसा लुगून, सादो लुगून, मितू लुगून, गोमा लुगून, धीरजा लुगून, दादू लुगून और सामू लुगून। - झारखण्ड पुलिस के ऑपरेशन नई दिशा के तहत अबतक 108 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। कोई मजबूरी में तो कोई बदला लेने बना नक्सली - सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने जब अपनी कहानी सुनाई तो पुलिस मुख्यालय के लोग भी हैरान हो गए क्योंकि कोई भी शौक से नक्सली नहीं बना था। - नक्सलियों ने बताया कि वे लोग 4 साल पहले स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। इसी दौरान पीएलएफआई का एक एरिया कमांडर इनके गांव आया और सबको नक्सली संगठन में शामिल होने के लिए मजबूर करने लगा। - घरवालों ने इसका विरोध किया तो उन्होंने सभी को जान से मार देने की धमकी दी। इसके पश्चात सभी लड़के एक ही दिन संगठन में शामिल हो गए और दोनों कमांडरों के साथ कार्य करने लगे। - वहीं सरेंडर करने वाला एक नक्सली लाल बिहारी सिंह उर्फ़ लालू का अपने ही परिवार से विवाद चल रहा था। उससे बदला लेने के लिए वह संगठन में शामिल हुआ। - इस दौरान नक्सली विकास कार्य को रोकने, लेवी वसूलने, महिलाओं से बदसलूकी एवं छेड़छाड़ करने, नाबालिग लड़की और लड़कों को जबरन दस्ते में शामिल कराने, मारपीट, हत्या जैसी घटनाओं को अंजाम देने लगे। पुलिस हेडक्वार्टर में इस अवसर पर डीजीपी डीके पांडेय के अलावा एडीजी हेडक्वार्टर अजय भटनागर, एडीजी स्पेशल ब्रांच अनुराग गुप्ता, एडीजी अनिल पाल्टा, आईजी प्रोविजन आरके मल्लिक, आईजी आपरेशंस एमएस भाटिया, कोल्हान डीआईजी शंभू ठाकुर और चाईबासा के एसपी डॉ एस माइकल राज समेत अन्य पुलिस ऑफिसर्स मौजूद थे।
Courtesy: http://www.bhaskar.com/news/c-181-2085133-ra0266-NOR.html